POOJA KOTHARIMom of a 8 yr 5 m old boy8 months agoA. अगर आपके 6 महीने के बेबी की पॉट्टी पतली हो रही है और आवाज के साथ आ रही है, तो यह कुछ कारणों से हो सकता है, खासकर जब बेबी ने ठोस आहार शुरू किया है। यहां कुछ संभावित कारण हैं और आप क्या कर सकते हैं:
संभावित कारण:
1. नए आहार का असर: जब आप ठोस आहार (जैसे दलिया, फल, या वेजिटेबल प्यूरी) देना शुरू करते हैं, तो बेबी का पाचन तंत्र उसे धीरे-धीरे पचाने की आदत डालता है। कभी-कभी यह आहार पाचन में थोड़ा बदलाव ला सकता है, जिससे पॉट्टी में हल्का बदलाव हो सकता है, जैसे पतली पॉट्टी।
2. दूध या खाद्य एलर्जी: कुछ बच्चों को विशेष प्रकार के आहार से एलर्जी हो सकती है, जिससे पॉट्टी में बदलाव आ सकता है। उदाहरण के लिए, अगर बेबी ने किसी नए फल या सब्जी को खाया हो, तो यह पाचन में हलका बदलाव कर सकता है।
3. दस्त: अगर पॉट्टी बहुत पतली और लगातार आ रही है, तो यह दस्त का संकेत हो सकता है। अगर दस्त के साथ बुखार या चिड़चिड़ापन हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
क्या करें:
1. संतुलित आहार: अगर बेबी ने कोई नया आहार खाया है, तो उसे कुछ दिनों के लिए रोकें और देखें कि क्या पॉट्टी में सुधार होता है। कुछ बच्चों को मांस, सिट्रस फल या कुछ सब्जियों से दिक्कत हो सकती है।
2. हाइड्रेशन: बेबी को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ (जैसे माँ का दूध या फॉर्मूला) देना सुनिश्चित करें, क्योंकि दस्त से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
3. बच्चे का आराम: अगर पॉट्टी की आवाज और पतलापन अस्थायी है और अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तो यह सामान्य हो सकता है। लेकिन अगर यह ज्यादा दिन तक चलता है या अगर बेबी असहज महसूस कर रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
4. पेट की हल्की मालिश: पेट में गैस और असुविधा को कम करने के लिए, बेबी के पेट पर हल्की मालिश कर सकते हैं।
डॉक्टर से कब संपर्क करें:
अगर पॉट्टी लगातार पतली हो और दस्त की तरह हो, और बेबी को बुखार हो या वो बहुत चिड़चिड़ा हो जाए।
अगर बेबी को पेट में दर्द या ऐंठन हो, या वो पूरी तरह से खाने से मना कर रहा हो।
बेशक, अगर समस्या बनी रहती है, तो एक बच्चे के डॉक्टर से संपर्क करना हमेशा बेहतर रहेगा, ताकि सही निदान और उपचार मिल सके।
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