सर्दी में बच्चों की सेहत का खयाल रखने के कुछ टिप्स

सर्दी में बच्चों की सेहत का खयाल रखने के कुछ टिप्स

शाम की चाय बनाने जा रही थी कि तभी डोर बेल्ल बजी… देखा तो नैना भाभी आयीं  हैं। नैना भाभी हमारे पड़ोस में रहतीं  हैं, बहुत ही सीधी – सादी, भोली – भाली सी है। अक्सर मुझसे मिलने घर आ जाया करती हैं। अगर उन्हें कुछ समझ न आये तो भी मेरे पास आती हैं। मैंने उनसे कहा….आइए भाभी ..सही वक्त पर आईं  हैं, चाय बनाने लगी थी अब साथ में पीते हैं। आप बैठिये।

वो मेरे पास किचन में ही आ गयीं । इधर उधर की बातें बताने लगीं । सच कहूँ तो वो मेरे लिए मज़ेदार मैगज़ीन का काम भी करती हैं, पूरी कॉलोनी की खबर रहतीं है उन्हें किसके घर में क्या हुआ कब हुआ। उनसे मिल कर पूरी कॉलोनी का अपडेट मिल जाता है।

हम चाय पीने बैठ गए। सर्दी की बातें होने लगीं। नैना भाभी  कहने लगीं कितनी सर्दी हो गयी है …है ना.. मैंने तो पहले ही सब सर्दी के कपड़े निकाल लिए थे। हाँ भाभी… मैंने भी… आप तो जानतीं  हैं मुझे ठंड ज्यादा महसूस होती है। वो हँसने लगी…हाँ भई.. तुझे कपड़ों में लिपटा देख तो मुझे भी ठंड लगने लगती है। इस पे हम दोनों ही हँसने लगीं। फिर वो कहने लगी..देखो ना…मैं बच्चों को इतने गर्म कपड़े पहनाती हूँ फिर भी पता नहीं क्यों उन्हें सर्दी लग जाती है और मेरे बेटे राहुल की तो नाक चलती रहती है। बच्चे कम बीमार हों इसके लिए क्या कर सकते हैं ? मैंने कहा…भाभी  बच्चों को सर्दी जुकाम फ्लू से बचाने के लिए केवल गर्म कपड़े पहनाना ही काफी नहीं  है, कुछ और बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है, जैसे कि…

जुकाम फ्लू का कोई पक्का इलाज तो है नहीं ऐसे में जितना हो सके सावधानी बरतनी चाहिए ताकि इससे बचा जा सके।सबसे पहले तो जरूरी है रोगाणुओं (germs) से बचा जाए और इसके लिए जरूरी है हाथों की सफाई। सर्दी जुकाम के वायरस हाथों से ही एक जगह से दूसरी जगह एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंचते हैं। हाथों से मुंह नाक तक पहुंच के बीमार कर देते हैं। इसके लिए मैंने अपने बेटे को सिखाया है कि अच्छे से हाथ साफ करो। जब भी छींको या तो रुमाल में या फिर बाजू को मोड़ कर कोहनी में ताकि रोगाणु हाथों पे न लगें। खाना खाने से पहले और बाद में, बाथरूम के इस्तेमाल के बाद, छींकने के बाद, स्कूल से और बाहर से खेल कर आने के बाद जरूर हाथों को अच्छे से साफ करो।

हाथों की अच्छे से सफाई के लिए मैं उसे कहती हूँ कि दो बार हैप्पी बर्थडे गाना गाने तक हाथ साफ करो। अच्छे से रगड़ कर हाथ साफ करने के बाद हाथ सुखाना भी उतना ही जरूरी है। मैं उसके नाखून भी नियमित काटती हूँ कहीं बढ़े हुए नाखून में रोगाणु अपना घर न बना लें।

घर से बाहर अगर कभी साबुन नहीं  है तो सैनिटाइजर या वाइप्स से भी हाथ साफ कर सकते हैं। नैना भाभी बड़े गौर से मेरी बातें सुन रही…कहने लगी और बताओ। सच मे मैंने कभी इस तरह तो सोचा ही नहीं ।

सर्दियों में धूप कम होने की वजह से हल्की सी सीलन हो जाती है ऐसे में कीटाणु रोगाणु ज्यादा फैलते हैं तो जिन चीजों को हम और बच्चे दिन में बार बार छूते हैं जैसे कि फ़ोन, दरवाजे के हैंडल, बच्चों के खिलौने उनकी नियमित सफाई करनी चाहिए। नैना भाभी ने कहा ..वो तो मैं करती हूं। हाँ भाभी ..लेकिन मैं धूल मिट्टी की सफाई की नहीं रोगाणु कीटाणु की सफाई की बात कर रही हूूँ । इसके लिए आप वाइप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। पर ध्यान रहे एक ही वाइप को हर जगह इस्तेमाल न करे इससे भी रोगाणु फैलेंगे। बल्कि एक जगह पर एक वाइप का इस्तेमाल करें ।

सफाई का ध्यान रखने के साथ साथ बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय करने चाहिए। जैसे कि बच्चों को फायटोन्यूट्रिएंट्स खिलाने चाहिए जो शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं। गहरे रंग के फल सब्जियां जैसे टमाटर पालक स्वीट पोटैटो।

धूप की शक्ति को तो आप जानती ही हैं। सर्दियों में बच्चों को धूप में जरूर खेलना चाहिए इससे विटामिन डी भी मिलता है।खेलने और एक्टिव रहने से भी सर्दी जुकाम से बचाव रहता है।

बच्चों का पूरी नींद लेना भी जरूरी है। आपको पता है डॉक्टर कहते हैं जो बच्चे पूरी नींद नहीं लेते उनकी रोग से लड़ने की क्षमता और वाइट ब्लड सेल्स में कमी आ जाती है। बस भाभी  इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखती हूं अपने लाडले की अच्छी सेहत के लिए।

नैना भाभी ने कहा… बहुत  बहुत शुक्रिया मुझे ये सब बताने के लिए। बातें भले ही छोटी हैं पर इनका असर बड़ा है। आज से मैं भी इन सब बातों का ध्यान रखूंगी। अच्छा तो अब चलती हूँ। फिर मिलेंगे।

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