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गर्भधारण – एक खूबसूरत एहसास, नए जीवन की तैयारी व नया अनुभव
गर्भधारण जीवन की एक बहुत ही खूबसूरत अवस्था है। एक बहुत ही खूबसूरत एहसास है जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है इस एहसास को मैनें इस वर्ष महसूस किया और मैं कह सकती हूँ इससे बेहतरीन मेरे लिए कुछ और नहीं हो सकता है। मैं एक बेहद खूबसूरत बच्ची की मां बनी हूँ जो कि छः महीने की हो चुकी है। इनका नाम है ईशानवी, जिसका अर्थ होता है ज्ञान की देवी।
मैं अपनी मां के बहुत करीब हूँ मेरी मां मेरे लिए क्या महसूस करती है वह अब मैं अच्छे से समझ सकती हूँ जब से मेरी बेटी मेरी जिदंगी में आई है, ये सम्बन्ध और भी मजबूत हो गया है, ये बहुत शानदार है। इस भावुक अवस्था में प्रवेश करने और इस से बाहर आने तक का अनुभव आपको पूरी तरह से बदल देता है। इन पूरे नौ महीने में होने वाले मानसिक और शारीरिक बदलाव को महसूस करना और देखना अपने आप में अद्भुत है।
मुझे एक बात समझ नहीं आती है कि पहली बार मांं बनने के लिए भी लोग योजना बनाते है कि मुझे बच्चे कब चाहिए, ठीक है बहुत सी बातें होती हैं, आज के समाज को देखते हुए हम सभी चल रहे हैं, पर इसका कभी-कभी दुष्प्रभाव भी पड़ जाता है। बच्चे भगवान की देन होते हैं इसलिए ईश्वर के इस खूबसूरत उपहार को बहुत ही खुशी और आदर से स्वीकार करना चाहिए।
मेरा उन सभी गर्भवती महिलाओं से कहना है जो पहली बार मां बनने जा रही हैं कि इस सफर का आनंद लें ना कि ये सोचे कि अब शरीर पहले जैसा नहीं रहेगा, अपने अदंर होने वाले परिवर्तन को खुशी से महसूस करें।
यह मेरा पहला लेख है जोकि मेरे निजी अनुभव पर आधारित है उम्मीद है आप सब को पसंद आएगा!
धन्यवाद